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आज फ्रेंडशिप डे है , ३ दिन पहले एक मित्र का sms आया तो मालूम पड़ा ( साल भर कुछ बात करे न करे फ्रेंडशिप डे के २-३ दिन पहले sms forward जरूर करता हे , आज के दिन ही क्यूँ नहीं करता आप सभी जानते हैं , खैर याद तो किया ) . आप सभी को भी digital फ्रेंडशिप डे की शुभकामना . अरे भाई अब हमारा हर उत्सव digital ही तो हो गया है . फ्रेंडशिप बैंड की जगह अब उसकी फोटो में ही tag कर या फिर उसे sms में ही बना के भेज हम संतुष्ट हो जाते हैं . आज का दिन एक उत्सव के बजाय एक फोर्मलिटी या फिर एक टेंशन भरा दिन ज्यादा होते जा रहा ह़े . जरा गोर फरमाए -
- आज sms न आये तो हम मन ही मन अपने दोस्तों को सुवचन सुनाने लगते हैं .
- ज्यादा sms से inbox फुल हो जाए तो मेसेज डिलीट करना का टेंशन
- कंही मेसेज आ जाए तो reply करने का टेंशन
- उसी का मेसेज उसे ही फॉरवर्ड नहीं हो जाए ये तो सबसे बड़ा टेंशन होता ह़े.
sms आने पर उसे पड़ने के बजाय उसे क्या reply करून इसमें हमारा ज्यादा ध्यान होता ह़े . भाई हमारी दोस्ती सौदागर के दादा वीर और राजेश्वर की तरह तो नहीं कि आज sms नहीं किया और ४० साल के लिए दोस्ती में दरार आ जाएगी . न ही आज का दिन valentine डे कि तरह है कि साक्षात् प्रेम देवता आज धरती पे प्रकट होते हैं और आज प्रोपोसे कर दिया तो ऐश्वर्या राय भी हाँ कर देगी .
अगर किसी दोस्त कि याद आये तो किसी फ्रेंडशिप डे का इंतज़ार न करें और तुरंत उसे चिट्टी पत्री , तार , telegram , sms , फ़ोन करें ... यकीन मानिये उस दिन कि हुई आप कि बात फ्रेंडशिप डे यानी आज किये हुए sms से कई गुना बड कर होगी .
2 comments:
kash isme like ka option hota!
Great man. Its just a true story!!!
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